प्रारंभिक जीवन और करियर की शुरुआत:
सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट से जुड़ाव बहुत ही कम उम्र में हुआ। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 11 साल की उम्र में ही की थी। उन्होंने मुंबई के सोराठी क्रिकेट क्लब से खेलते हुए अपनी क्रिकेट यात्रा शुरू की। तेंदुलकर ने अपनी कड़ी मेहनत और तकनीकी कौशल के दम पर जल्दी ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में जगह बनाई।
अंतर्राष्ट्रीय करियर:
सचिन तेंदुलकर ने 15 साल की उम्र में 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने एकदिवसीय (ODI) क्रिकेट में भी 1989 में ही पदार्पण किया। उनके पहले मैच में वे केवल 15 रन ही बना पाए थे, लेकिन उसके बाद उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में जो मुकाम हासिल किया, वह अविस्मरणीय है।
तेंदुलकर ने 200 टेस्ट मैचों में 15,921 रन बनाए, जो कि अब तक एक रिकॉर्ड है। साथ ही, उन्होंने 463 एकदिवसीय मैचों में 18,426 रन बनाए, जो भी एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड है। उनके नाम कुल 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक हैं (51 टेस्ट और 49 एकदिवसीय)।
प्रमुख उपलब्धियाँ:
- वर्ल्ड कप 2003 – सचिन तेंदुलकर 2003 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के प्रमुख बल्लेबाज थे। हालांकि भारत फाइनल में हार गया, लेकिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी की तारीफ की गई।
- 2011 वर्ल्ड कप – सचिन तेंदुलकर ने अपनी कड़ी मेहनत से 2011 वर्ल्ड कप में भारत को जीत दिलाई और अपनी लंबे समय से चली आ रही वर्ल्ड कप जीतने की इच्छा को पूरा किया।
- 100 शतक – तेंदुलकर ने अपने करियर में 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक बनाए, जो कि एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
- प्रथम खिलाड़ी जो 200 रन एकदिवसीय में बनाए – 2010 में, उन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट में 200 रन बनाए थे, जो कि एक नई उपलब्धि थी।
सेवानिवृत्ति:
सचिन तेंदुलकर ने 16 नवंबर 2013 को अपने टेस्ट क्रिकेट करियर से विदाई ली। उनके द्वारा आखिरी टेस्ट मैच में खेला गया एक ऐतिहासिक पल था। उन्होंने 24 साल के लंबे और शानदार करियर के बाद क्रिकेट से अलविदा ली, लेकिन उनकी धरोहर हमेशा जीवित रहेगी।
पुरस्कार और सम्मान:
सचिन तेंदुलकर को कई पुरस्कारों से नवाजा गया, जिनमें भारत रत्न (2014), पद्मश्री (1999), पद्मभूषण (2008), और अर्जुन पुरस्कार (1994) शामिल हैं। उन्हें ICC द्वारा "क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर" और "वर्ल्ड क्रिकेट के महानतम खिलाड़ी" के रूप में भी सम्मानित किया गया है।
सचिन तेंदुलकर का जीवन प्रेरणा से भरा हुआ है। उन्होंने क्रिकेट को नया आयाम दिया और पूरी दुनिया में भारतीय क्रिकेट को एक नई पहचान दिलाई। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
Disclaimer- उपरोक्त ब्लॉग विभिन्न क्षेत्रों से संकलित करके जानकारी लेकर आपके समक्ष प्रस्तुत किया गया है. भूल हो सकती है इसके लिए क्षमा प्रार्थी हूँ! जानकारी मे अंतर हो सकती है. अधिक जानकारी के लिए आप क्रिकेट जगत के जानकार से जानकारी लेने के लिए स्वतंत्र हो.
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